छोटे बच्चों को कोई भी चीज व काम सीखने-समझने में वक्त लगता है, क्योंकि सभी चीजें उनके लिए नई होती हैं। माता-पिता को बच्चों की हर एक गतिविधि, हरकत व व्यवहार पर गौर करना चाहिए, तभी आप पता लगा पाएंगे कि आपका बच्चा टूरेट सिंड्रोम से ग्रस्त तो नहीं है?
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